Monday, October 15, 2012

नई पठनीय किताब !

आंतकवाद और दंगों-फसादों को नजदीक से देखकर लिखना कठिन होता है । लेखक 36 वर्षो तक भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी रहे हैं । सो लेखक के रूप में प्रतीप के लाहिरी की पुस्तक 'भारत में सांप्रदायिक दंगे और आतंकवाद' में प्रमुख दंगों का गहन अध्ययन और विश्लेषण करके कुछ वस्तुपरक निष्कर्ष निकालने का साहसिक प्रयास है । चलें पढ़कर देखते हैं उनके अनुभव को । मूल्य अधिक पर पाठ्य-सामग्री की महत्ता भी अधिक है।

कृति- भारत में सांप्रदायिक दंगे और आतंकवाद
लेखक- प्रतीप के. लाहिरी/ राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली
मूल्य- 550 रु.

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