Sunday, October 28, 2012

कभी यूँ भी होता है !

मन मे हैं
कुछ प्रश्न
मुझे हरपल
बेचैन करते
उत्तर सिर्फ
तुम्हारे पास
कुछ प्रश्न
तुम्हारे भी होंगे
चलो साँझा कर ले
हम इन्हें
कुछ शंकाएं
समाप्त होगीं
शायेद इनमे ही
हम दोनों की
मुस्काने मिल जाये
जो महीनों से
कहीं गुम हो गई है
चलो कोशिश तो करें
मुझे तुम उदास
अच्छे नहीं लगते
शायेद तुम्हें
मै भी -----


- दिव्या शुक्ला

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