Tuesday, April 12, 2011

मेरा आदर्श राज्य कैसा हो ?


इधर बहुत समय से एमपी में रहने का मजा ही खतम हो गया है. यूं तो मैं भारत की बात भी कर सकता था कि यहाँरहने का मजा नहीं रहा, पर जब से अमरीकी वीजा पर मार पड़ी है, और ऑस्ट्रेलिया में हम भारतीयों पर हमले होनेलगे हैं, ये विदेशी ऑप्शन भी तो साला खत्म हो गया है.

हाँ, तो मैं बात एमपी की कर रहा था. देखिए कि कैसे एकदम -आदर्श राज्य है यह. यहाँ की प्रजा को तो मुफ़्त मेंहवा भी नहीं मिलती. तमिलनाडु की प्रजा पिछले पाँच साल से मुफ़्त रंगीन टीवी के मजे लेकर थक चुकी है औरचुनावी घोषणा पत्रों के मुताबिक इस बार के चुनाव के बाद जनता को क्या मिलने वाला है देखें -

मुफ़्त में रंगीन टीवी

मुफ़्त में लैपटॉप

मुफ़्त में महीने का 20 किलो राशन

मुफ़्त् में शुद्ध सोने का मंगल सूत्र

मुफ़्त में पंखा

मुफ़्त में मिक्सी

मुफ़्त में चिकित्सा बीमा

और इधर हमारे एमपी में क्या मिलता है? मुफ़्त में साइकल, पर वो भी यदि आप आठवीं कक्षा में पढ़ते हों औरयदि आपने कन्या के रूप में जन्म लिया हो तो आपके बालिग होने पर 1 रु. लाख परिपक्वता का बाण्ड मुफ्त. बस. ये भी कोई बात हुई! महंगाई के जमाने में 20 साल बाद परिपक्व होने वाले 1 लाख रुपए के बाण्ड की खातिर कन्यारूप में जन्म लेने से तो रहे!

कुछ नहीं तो एमपी में पड़ोसी छत्तीसगढ़ और केरल की तरह चावल 2 रु. किलो मिलती. छत्तीसगढ़ की तरह 24x7 बिजली, वह भी 70 पैसे यूनिट मिलती. एक तो यहाँ आधे दिन बिजली रो-धो के मिलती है वो भी 5 रुपये यूनिट. कम से कम खेती किसानी के लिए पंजाब की तरह खेतों को तो मुफ़्त बिजली दे देते. पर नहीं.

आप अपने राज्य का हाल चाल बताएँ? क्या उधर माइग्रेट करने लायक कुछ मसाला है? या अपन सबके सब चलचलें तमिलनाडु?


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