Saturday, March 26, 2011

व्यंज़ल !

क्या हुआ जो नहीं मिलता नल का पानी

सर्वत्र सर्वसुलभ तो है बिसलेरी का पानी

टाइटन आई+ का डिजाइनर चश्मा पहन

लोग पूछते हैं कहाँ गया आँख का पानी

किसलिए जाते हो यारों किसी गंगोत्री को

अब पॉलीपैक में मिलता है गंगा का पानी

इन बेशर्म नदियों को बता ही दिया जाए

किसकी यमुना किसका कावेरी का पानी

धोने पोंछने की बातें क्यूं करते हो यारों

यहाँ तो मयस्सर नहीं है पीने का पानी

लोगों की देखा देखी अपने यार रवि ने भी

चढ़ा लिया है अपने ऊपर सोने का पानी

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