बाढ़ के बीच
उस आदमी की हिम्मत
टँगी है आकाश में
और धरती डूबती जा रही है
पाँव के नीचे
बचाने के लिए
अब उसके पास कुछ नहीं है
सिवाय अपने
वह बचा हुआ है
बचाने को बाढ़
बाढ़ बची रहेगी
तो बाढ़ से घिरे आदमी के
फ़ोटू बचे रहेंगे
- डॉ. श्याम सुंदर दुबे
सौजन्य : जय प्रकाश मानस
उस आदमी की हिम्मत
टँगी है आकाश में
और धरती डूबती जा रही है
पाँव के नीचे
बचाने के लिए
अब उसके पास कुछ नहीं है
सिवाय अपने
वह बचा हुआ है
बचाने को बाढ़
बाढ़ बची रहेगी
तो बाढ़ से घिरे आदमी के
फ़ोटू बचे रहेंगे
- डॉ. श्याम सुंदर दुबे
सौजन्य : जय प्रकाश मानस
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