आज दो किताबें मिलीं-सौगात में । आदरणीय हरीश पाठक जी से । पहली 'सोलह कहानियाँ' और दूसरी 'त्रिकोण के तीनों कोण' ।
हरीश जी देश के उन प्रतिष्ठित पत्रकार और कथाकारों में एक हैं जिन्हें
दिल्ली प्रेस समूह, धर्मयुग, दैनिक हिन्दुस्तान, नवभारत समूह और राष्ट्रीय
सहारा जैसे बड़े प्रतिष्ठानों में संपादक होने का गौरव हासिल है ।
नौ साल तक धर्मयुग में प्रकाशित उनके स्तंभ 'सुर्खियों के पीछे' को कैसे भूला जा सकता है । इसके लिए उन्हें उत्तरप्रदेश शासन का गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार मिला । जीटीवी के इलेक्शन स्पेशल में 110 कड़ियों में प्रसारित धारावाहिक जन गण मन और 60 कड़ियों में प्रसारित पोल टाइम्स का लेखन भी श्री पाठकजी ने किया । उन्हें मध्यप्रदेश शासन का राजेद्र माथुर स्मृति पत्रकारिता फैलोशिप भी हस्तगत हो चुका है ।
ऐसे रचनाकारों की किताबें पाकर किसकी लायब्रेरी समृद्ध नहीं होगी ।
पाठक दादा, आभार आपका !
प्रस्तुति - जय प्रकाश मानस
नौ साल तक धर्मयुग में प्रकाशित उनके स्तंभ 'सुर्खियों के पीछे' को कैसे भूला जा सकता है । इसके लिए उन्हें उत्तरप्रदेश शासन का गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार मिला । जीटीवी के इलेक्शन स्पेशल में 110 कड़ियों में प्रसारित धारावाहिक जन गण मन और 60 कड़ियों में प्रसारित पोल टाइम्स का लेखन भी श्री पाठकजी ने किया । उन्हें मध्यप्रदेश शासन का राजेद्र माथुर स्मृति पत्रकारिता फैलोशिप भी हस्तगत हो चुका है ।
ऐसे रचनाकारों की किताबें पाकर किसकी लायब्रेरी समृद्ध नहीं होगी ।
पाठक दादा, आभार आपका !
प्रस्तुति - जय प्रकाश मानस
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